Description
“रामायण” का मुख्य उद्देश्य धर्म, नीति, और मार्गदर्शन को प्रस्तुत करना है। यह भारतीय सांस्कृतिक एवं धार्मिक ग्रंथ है जो महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचा गया है और इसमें भगवान श्रीराम की कथा का विवरण है। यह महाकाव्य भगवान राम की जीवन-गाथा को समर्पित करके मानवता को धार्मिक, नैतिक और सामाजिक मूल्यों का सिखाने का कार्य करता है।
“रामायण” का मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित है:
- धर्म का पालन: “रामायण” धर्म के महत्व को बढ़ावा देता है और भगवान राम को एक आदर्श धर्मी राजा के रूप में प्रस्तुत करता है। राम का जीवन धर्म, न्याय, और कर्तव्य का पालन करने के लिए एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
- नैतिकता और न्याय: महाकाव्य नैतिक और न्यायिक मूल्यों को सुनिश्चित करने का कार्य करता है। यह दिखाता है कि सत्य, न्याय, और नीति के मार्ग पर चलना किस प्रकार से सफलता लाता है।
- परिवार और समाज के महत्व: “रामायण” में परिवार और समाज के महत्व को बड़े ही गहराई से बताया गया है। राम और सीता के परम प्रेम, भाईचारे, और परिवारिक संबंध इसे एक सामाजिक महाकाव्य बनाते हैं।
- भक्ति और सेवा: राम के भक्त हनुमान के भक्तिभाव और सेवाभाव को भी महाकाव्य में उजागर किया गया है। यह दिखाता है कि भक्ति और सेवा से व्यक्ति अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है।
- उत्कृष्ट जीवन की प्रेरणा: “रामायण” का एक अन्य महत्वपूर्ण उद्देश्य है मानवता को एक उत्कृष्ट और सजीव जीवन जीने के लिए प्रेरित करना।
“रामायण” का पठन और उसका अध्ययन व्यक्ति को आदर्श जीवन जीने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ, धार्मिक और नैतिक मूल्यों की प्रवृत्ति करता है।
Reviews
There are no reviews yet.